मंगल ग्रह पर मिला पानी, नासा ने खोजी 3 नई झीलें

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हमारे सौर मंडल में पृथ्वी के अलावा मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं की तलाश की जा रही है, क्योंकि इस ग्रह पर धरती से मिलता-जुलता वातावरण मौजूद है। वैज्ञानिक कई साल से मंगल ग्रह को लेकर तरह – तरह के शोध करते रहे हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के तथ्यों का खुलासा हुआ है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में मंगल ग्रह पर पानी की खोज की गई है, यही नहीं वहां की बंजर जमीन के नीचे बड़ी झीलें भी मौजूद हैं। तो आइए जानते हैं इस विषय से जुड़े तमाम तथ्यों के बारे में, जो मानव इतिहास को परिवर्तित कर सकते हैं।

NASA ने की पानी की खोज

Water on Mars
Credit: phys.org

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) के वैज्ञानिकों को मंगल ग्रह पर पानी के स्त्रोत खोजने में बड़ी कामयाबी मिली है, जो आने वाले समय में इस ग्रह पर जीवन की शुरुआत के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। वैज्ञानिकों को मंगल ग्रह की जमीन के अंदर तीन झीलें मिली हैं, इस बात से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि भविष्य में इस ग्रह पर मानव जीवन संभव हो सकता है। क्योंकि इंसान के पास पीने के पानी का विकल्प होगा और जल ही मानव जीवन के लिए अति आवश्यक तत्व है।

2 साल पहले भी खोजी गई थी नमकीन झील

यह पहली बार नहीं है जब मंगल ग्रह पर पानी की खोज की गई है, बल्कि इससे पहले साल 2018 में यहां बर्फ के नीचे दबी झील को खोजा गया था। यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के स्पेसक्राफ्ट मार्स एक्सप्रेस ने 2018 में मंगल ग्रह के दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ के नीचे दबी नमकीन पानी की झील ढूंढने में कामयाबी हासिल की थी। स्पेसक्राफ्ट मार्स एक्सप्रेस 29 बार दक्षिणी ध्रुव के उस इलाके से गुजरा था, इस दौरान उसने संबंधित इलाके की तस्वीरें लीं और वैज्ञानिकों ने जमीन के नीचे दबी झील का पता लगाया। दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ के नीचे मौजूद झील की चौड़ाई करीब 20 किलोमीटर है, जो मंगल ग्रह पर पाया गया अब तक का सबसे बड़ा जल निकाय है।

तस्वीरों से सामने आई तीन नई झीलें

स्पेसक्राफ्ट मार्स एक्सप्रेस द्वारा ली गई तस्वीरों का जब लगातार अध्ययन किया गया और नासा के वैज्ञानिकों ने उन्हें लेकर रिसर्च की, तो मंगल ग्रह की जमीन पर 3 नई झीलों का पता चला। यह 3 झीलें बर्फ के नीचे दबी खारे पानी की झील के आसपास ही मौजूद हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो मंगल ग्रह की सतह पर खोजी गई इन झीलों में मौजूद पानी को तरल अवस्था में देखा गया है। ऐसे में इस बात के संकेत और ज्यादा बढ़ जाते हैं कि मंगल ग्रह पर विभिन्न जगहों पर ऐसी झीलें तरल या जमी हुई अवस्था में होगी। इस विषय पर नासा समेत दुनिया भर के वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं और हो सकता है कि भविष्य में मंगल ग्रह से जुड़ा कोई नया पहलू दुनिया के सामने आए।

lake on mars

कभी बंजर समझा जाता था मंगल ग्रह

वैज्ञानिक शुरुआती समय में मंगल ग्रह को एक सूखा और बंजर ग्रह समझते थे, जहां जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। लेकिन बाद में की गई रिसर्च से यह खुलासा हुआ कि वहां तरल अवस्था में पानी के स्त्रोत मौजूद हैं। अब वैज्ञानिकों का मानना है कि इस लाल ग्रह पर किसी जमाने में भरपूर मात्रा में पानी बहता था, लेकिन तीन अरब साल पहले हुए जलवायु परिवर्तन के कारण मंगल ग्रह का रूप रंग बदल गया। मंगल ग्रह की जमीन किसी जगह पर कठोर तो किसी जगह पर नम है, इसलिए यहां की हवा में कहीं बहुत ज्यादा आद्रता (Humidity) महसूस की जाती है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर नासा के वैज्ञानिक मंगल ग्रह पर खोजी गई 3 नई झीलों के बारे में क्या जानकारी जुटा पाते हैं। लाल ग्रह पर जिस संख्या में जल स्त्रोत खोजे जा रहे हैं, वह मानव इतिहास को पलट देना वाली खोज साबित हो सकती है।

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