मर कर भी अमर है सेंट जर्मेन!

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Saint Germain

The mystery man Saint- GERMAIN

क्या आप किसी ऐसे इंसान को जानते हैं जो सदियों से अमर है जिंदा है और न ही कभी बूढ़ा हुआ या फिर एक ऐसा इंसान जिसके पास हर परेशानी का तोड़ हो। जो चीजों को अपने हिसाब से बदलने की कला जानता हो, नहीं न, लेकिन आज हम आपकी मुलाकात एक ऐसे MYSTERY MAN से करवाएंगे। जिसके  जन्म और पुनर्जन्म के बारे में किसी के पास कोई ठोस सबूत नहीं है। दस्तावेजों की माने तो उनकी मृत्यु 1784 में ही हो गई। लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि वो मर कर भी अमर है। उन्हें मरने के बाद भी 19वीं और 20 वीं शताब्दी में देखा गया।

आज हम बात कर रहे हैं THE MYSTERY MAN Saint-Germain की। जानकर हैरानी होगी कि इनका जन्म 1600 ईसवी (1600s) में हुआ था यानी JESUS CHRIST के समय पर। वही कुछ लोगों का ये भी कहना है कि उन्हें आखिरी बार 1970 के दशक में भी देखा गया और सबसे मजेदार बात तो ये है कि वे हमेशा 45 साल के ही दिखाई देते थे।

इनके जीवन पर कई लोगों ने लिखा भी है जिनमें से एक एनी बेसेंट भी है। उन्होंने अपनी किताब The Comte De St. Germain: The Secret of Kings में इन्हें Francis Racoczi II का बेटा और Transylvania का राजकुमार बताया। जिनका जन्म 1690 में हुआ था।

वही उनसे जुड़ी कहानियों में एक कहानी ये भी है कि germain जीसस के समय से जिंदा है इतना ही नहीं यह wedding at Cana में भी शामिल थे। जहां जीसस ने पानी को वाइन में बदल दिया था। तो कुछ का कहना है कि यह 325 AD में हुई Nicaea की बैठक में भी वे शामिल थे। जिसे कई लोगों ने महज एक मिथ बताया है

germain की खूबियों की बात करें तो उनकी सबसे बड़ी खूबी ये थी कि वे किसी भी चीज को अपने बस में करने में माहिर थे। दरअसल ये एक ऐसी कला है जिसमें  चीज़ों को आसानी से काबू किया जा सकता है। इसमें projection powder या philosopher’s stone को बनाना जरूरी होता है  जिससे कोई भी धातु सोने और चाँदी में बदल जाती थी। इस चमत्कारी पाउडर को अगर कोई पी लेता, तो वह इंसान अमर हो जाता। ऐसा माना जाता है की Cont De Saint Germain ने alchemy का रहस्य ढूंढ लिया था।

germain ने Shah of Persia’s court में महज 5 साल में ही शिल्पकला में महारत हासिल कर ली थी । कहते है कि वे साइंस की बातें अनोखे अंदाज़ में सुनाते थे वे गाकर और बजाकर राजसी लोगों का दिल जीत लिया करते थे। भाषाओं के ज्ञान की बात करें तो उन्हें French, German, Dutch, Spanish, Portuguese, Russian और English language बखूबी आती थी।

बताते है कि germain  को 1760 में एक राजसी सभा में  निमंत्रण दिया गया क्योंकि उस सभा के लोगों का मानना था की Germain, France के King Louis XV की प्रेमिका Pompadour को 1710 से जानते थे. जब Pompadour, Germain से मिलीं तो वह चौक गई  क्योंकि  50 साल पहले उसने Germain को जैसा देखा था, वो अभी भी वैसे ही दिख रहे थे। Pompadour ने उनसे पूछा की क्या आपने अपने पिता को देखा था, तो इस पर Germain ने जवाब दिया कि जिनसे उनकी मुलाकात पहले हुई थी वो Germain ही है। इस मुलाकात के बाद Pompadour ने उन्हें कहा की ऐसा असंभव है कि कोई इंसान बूढ़ा ना हो,  जिसका उन्हें बस एक ही जवाब मिला की ये असंभव नहीं है। इस बात से साबित हो गया कि Pompadour 50 साल पहले जिस शख्स से मिली थी वह germain ही है।

Saint Germain इस घटना के बाद भी यूरोप में 40 सालों तक घूमते रहे। लेकिन किसी ने भी उन्हें बूढ़ा होते नहीं देखा, ऐसा लग रहा था मानो Germain की बढ़ती उम्र थम सी गयी है।

जो भी Germain से मिलता था वह उनके गुणों की वजह से दिवाना हो जाता था।कहते हैं कि वह violin अच्छा बजाते थे, painting भी अच्छी करते थे। एक और बात, वह जहां भी जाते थे वहां अपनी लैब ज़रूर खोलते।

Germain के शौक की बात की जाएं तो उन्हें हीरों का बहुत शौक था जिसकी वजह से उनके कपड़ों और यहां तक की जूतों में भी हीरे जड़े हुए मिलते थे, उन्हें देख कर ऐसा लगता था की वह बेहद ही अमीर हैं लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि उनके पास कोई भी bank account नहीं था। वह अपने दोस्तों के साथ वक़्त बिताना पसंद करते थे।वह अक्सर दोस्तों के साथ  होटल्स और रेस्टोरेंट में भी जाते थे, लेकिन किसी ने भी उन्हें दलिया के अलावा कुछ खाते हुए नहीं देखा। germain  की एक अनोखी बात ये भी थी कि वह बालों को रंगने और चहरे से झुर्रियां हटाने का उपाय भी जानते थे।

उनके संबंध  Rosicrucian’s, Freemasons, Society of Asiatic Brothers, the Knights of Light, the Illuminati से थे। जाने माने Philosopher, Voltaire जो  खुद एक बहुत बड़े ज्ञानी थे उन्होनें Germain के लिए कहा था की यह ऐसे इंसान हैं जो कभी मरते नहीं हैं जिनके पास हर सवाल का जवाब होता है।

germain के कामों की चर्चा करे तो उन्होंने 18 वी सदी के दौरान पूरी दुनिया का सामाजिक और राजनैतिक षड्यंत्र का ज्ञान यूरोप के राजाओं को बताया। वही इससे पहले 1740s में उन्होंने फ्रांस के राजा Louis XV के लिए एक सीक्रेट मिशन इंग्लैड में किया।

1760 में भी उन्होंने Hague में सीक्रेट मिशन किया जहां उनकी मुलाकात मशहूर Giacomo Girolamo Casanova से हुई। Casanova ने Germain के लिए कहा था की वह एक असाधारण इंसान हैं, जिनके जीने के ढंग को देख कर लगता है की वह 300 साल से यहां रहते हैं। इतना ही नहीं, उनकी मृत्यु के राज़ का पता चल गया था और उन्होंने प्रकृति पर महारत हासिल कर दी थी। इसके बाद 1762 में वह Russia गये और वहां पर वह एक सीक्रेट प्लान में मौजूद थे जिसकी वजह से Catherine The Great को Russia की राजगद्दी मिल गई।

1779 में germain,जर्मनी के हैमबर्ग गए। जहां उनकी दोस्ती Hesse-Cassel के Prince Charles से हुई। यहां वह 5 साल तक prince के Eckernförde के महल में एक मेहमान बन कर रहे। हैमबर्ग के लोगों का मानना है की 27 फरवरी 1784 में Saint-Germain की मौत हो गयी थी ।लेकिन किसी आम इंसान के लिए ये उसके जीवन का अंत होगा, लेकिन 19वीं और 20वीं सदी में उन्हें कई बार देखा गया।

1785 में उन्हें Germany में Anton Mesmer जो की एक pioneer Hypnotist थे उनके साथ देखा गया और उसी साल Freemasonry show के दस्तावेज़ में लिखा था कि उन्होंने Germain को अपना प्रतिनिधि बनाया था। 1789 में फ्रांस क्रांति के दौरान Comtesse d’Adhémar ने बताया था कि उनकी बात Germain से हुई थी जिसमें Germain ने उन्हें France के भविष्य के बारे में बताया।

बताते है कि 1821 में Germain ने अपनी पहचान बदल दी थी। Albert Vandam ने अपनी किताब में लिखा की Major Fraser नाम का एक आदमी अकेला रहता था, वह दिखने में तो बहुत अमीर था लेकिन उनके पास इतना पैसा कहां से आया। ये  किसी को  नहीं पता उन्हें यूरोप के सभी शहरों का ज्ञान था और जब उनसे पूछा कि यह KNOWLEDGE उन्हें किताबों से मिली तो वह मुस्कुराकर बोले कि  यह सिर्फ़ किताबों से नहीं मिला बल्कि और भी तमाम चीज़ों से मिला है। Vandam ने लिखा था कि उन्हें हीरों की बहुत अच्छी परख थी और साइंस के अच्छे जानकार थे। इक दिन Major Fraser बिना किसी सबूत के गायब हो गये। 1880 से 1900 के बीच Saint Germain का नाम फिर से सुर्ख़ियों में आया जब Helena Blavatsky ने बताया की Germain जिंदा हैं और पश्चिम के अध्यात्मिक विकास के लिए काम कर रहे हैं और इस बात का सबूत देने के लिए उनके पास Germain और उनकी तस्वीर भी थी। 1897 में एक French singer Emma Calve अपनी तस्वीर Germain को दी थी। अपने आप को Germain कहने वाला इंसान आखिरी बार 1972 में Paris में देखे गये थे। Richard Chanfray ने  एक TV interview में अपने आप को प्रसिद्ध Saint Germain बताया था। जिसके बाद 1983 में Chanfray ने खुदकुशी कर ली।

तो इन तमाम बातों से तो यही लगता है Saint Germain  एक जादूगर थे जो अपने हिसाब से चीजों को बदल लिया करते थे। या फिर वो इतने फेमस थे कि हर कोई उनके बारे में पढ़कर उनकी मौदूगी का महसूस करने लगा था। शायद अभी भी Saint Germain एक मिस्ट्री ही है जिनके जीवन की गुत्थी कोई सुलझा नहीं पाया है।

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