नासा के Perseverance Rover ने मंगल ग्रह पर की सफलतापूर्वक लैंडिंग

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NASA's Perseverance Rover Land On Mars

अमेरीकी स्पेस एजेंसी नासा द्वारा भेजे गए मिशन Mars 2020 के पर्सीवरेंस रोवर (Perseverance Rover) ने 18 फरवरी को मंगल ग्रह पर लैंडिंग करने सफलता हासिल कर ली है, जो मानव इतिहास के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। Perseverance Rover को मंगल की सतह पर जेजेरो क्रेटर (Jezero Crater) पर लैंड करवाया गया है और इस मिशन के सफल होने के साथ ही अमेरिका मंगल ग्रह पर सबसे ज्यादा रोवर भेजने वाला दुनिया का पहला देश बन चुका है।

मंगल ग्रह पर भेजे गए Perseverance Rover का मकसद लाल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं को खोजना और वहां की मिट्टी व पत्थरों के सैंपल इकट्ठा करके धरती पर वापस लाना है। आपको बता दें कि Perseverance Rover अंतरिक्ष में सात महीने का लंबा सफर तय करने के बाद 18 फरवरी को Eastern Time के अनुसार रात के 3:55 मिनट (12:55 p.m. PST) पर Jezero Crater पर लैंड हुआ। इसके साथ ही रोवर ने लाल ग्रह की पहली तस्वीर भी भेजी, जिसमें सतह पर पत्थरीली चट्टानें नजर आ रही हैं।

The first image that NASA's Perseverance rover took on Mars
Credit: NASA

NASA’s Jet Propulsion Laboratory समेत अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden ने लैंडिंग के इस पल को ऐतिहासिक करार दिया है, वहीं अमेरिका में Perseverance Rover की सफलता को लेकर जश्न का माहौल बना हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden ने नासा को शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया- आज एक बार फिर साबित हुआ है कि विज्ञान और अमेरिकी प्रतिभा की शक्ति के चलते कुछ भी संभव हो सकता है।

नासा के Mars 2020 मिशन के तहत Perseverance Rover को 30 जुलाई 2020 को फ्लोरिडा के Cape Canaveral Space Force Station से लॉन्च किया गया था, यह रोवर मंगल ग्रह की मिट्टी और पत्थरों के नमूने धरती पर लाने के साथ साथ वहां जीवन की संभावनाएं तलाश करने का काम करेगा। इस रोवर में Aluminum से बने 6 पहिये लगे हुए हैं, इसके साथ ही रोवर में 2.1 मीटर लंबे 5 Robotic Arms भी लगे हुए हैं, जो मंगल ग्रह पर ड्रिलिंग करने और नमूनों को इकट्ठा करने का काम करेंगे।

आपको बता दें कि इस मिशन में अब तक 2.8 अरब डॉलर यानि 19 हजार करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, ऐसे में अगर Perseverance Rover सही समय पर लैंडिंग करने से चूक जाता, तो वैज्ञानिकों समेत सरकार को बहुत बड़ा नुकसान झेलना पड़ता। Mars 2020 मिशन के जरिए यह पता चलेगा कि मंगल ग्रह पर मनुष्य के जीने लायक स्थितियां मौजूद हैं या नहीं। इसके अलावा यह रोवर वहां पर तापमान, पानी और ऑक्सीजन की महत्वपूर्ण स्थितियों का भी अध्ययन करेगा।

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