मानव शरीर के बारे में दिलचस्प बातें

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Amazing Facts About the Human Body

Amazing Facts About the Human Body

ये दुनिया बहुत ही अदभुत है। जहां हमें चौंका देने वाले दृश्यों से लेकर अजीब-ओ-गरीब लगने वाली चीजें कई बार दिख जाती हैं। इसके अलावा ऐसी कई चीजें हैं जिनके बारे में हम आज भी अन्जान है, मगर जब बात अपने शरीर की आती है तो हमें लगता है कि हम इसके बारे में सबकुछ अच्छे से जानते हैं। और ऐसा लगे भी क्यों न? आखिर हम इसके साथ अब सदियों से रह रहें हैं। हालांकि सच ये है कि हमारा शरीर कई रहस्यों से भरा हुआ है। उन सभी को जानना बिल्कुल भी आसान नहीं। ऐसे ही 10 रहस्यों के बारे में हम आपको बताने वाले हैं जो आपके शरीर से जुड़े हैं और बेहद विचित्र हैं।

1. भूखे रहने पर हमारा दिमाग खुद को खाता है

जब हम भूखें होते हैं। तो हमारी बॉडी के सेल्स यानि कोशिकाऐं, अपने आप को जीवित रखने के लिए, खुद को खाना शुरू कर देती हैं। इस process को autophagy ऑटोफेजी के नाम से जाना जाता है। शरीर के भूखे होने पर भी, दिमाग का काम करना ज़रूरी होता है। इसके लिए जबतक मुमकिन हो तबतक शरीर उसे ज़रूरी पोषक तत्व पहुंचता रहता है। इस तरह से हमारा शरीर ऐसी भूखों मरने की हालत में भी दिमाग को PRIORITY देता है। बॉडी को खाना न मिलने पर वो उसमें मौजूद फैट को इस्तेमाल करती है।

हमारा शरीर अपने ही muscles और connective tissue को metabolize करके खुद को जिन्दा रखने का प्रयास करता है। इसी तरह ब्रेन भी अपने neurons को खुद से तोड़कर खुद को जीवित रखने का काम करता है। इसलिए सांइटिस्टों ने ये theory develop की है कि शरीर के ज़्यादा समय तक भूखा रहने पर, दिमाग खुद को खाना शुरू कर देता है। इस दौरान दिमाग का आकार भी छोटा हो जाता है। हालांकि भूख को खत्म करने पर और स्वस्थ तरीके से खाने पर दिमाग का आकार वापस से पहले जैसा हो जाता है। एक study के अनुसार, आदमी और औरत के दिमाग इस स्थीति में अलग-अलग तरीके से काम करते हैं। शरीर के भूखे रहने के दौरान, आदमी का दिमाग औरत के दिमाग के मुक़ाबले खुद को ज़्यादा जल्दी से खाता है।         

2. सुबह बढ़ जाती है हमारी height

औसतन इन्सान  पूरे दिन के मुक़ाबले सुबह 1cm तक लम्बा होता है। पर आखिर ऐसा होता क्यों है? इस बात का पूरा श्रय हमारे शरीर के विज्ञान को जाता है जो सुबह और शाम में अलग-अलग तरीके से काम करता है। हमारी spinal cord यानि रीढ़ की हड्डी का इसमें सबसे बढ़ा हाथ होता है। रीढ़ की हड्डी 33 vertebrae से बनी होती है जिसकी मदद से हम बैठते, चलते या खड़े होते हैं। इन vertebrae के बीच में गैप होता है। रात को सोकर जब हम सुबह उठते हैं तो हमारा शरीर एकदम आराम की अवस्था में होता है, जिससे हमारी हाईट 1cm तक बढ़ जाती है। इसके विपरीत, दोपहर और शाम में हमारी बॉडी लगातार मोशन में रहती है। हमारे वजन के साथ-साथ, लगातार होने वाली गतीविधीयों की वजह से, vertebrae गैप सिकुड़ जाता है जिससे हमारी शाम तक हाईट कम हो जाती है। 

3. पेट में हो सकते हैं- रेज़र ब्लेड डिसोल्व

हमारे शरीर में बनने वाले गैस्ट्रिक एसिड में Hydrochloric acid, Potassium Chloride, और Sodium Chloride पाया जाता है। हमारे पेट का पी. एच 1.0 से 2.0 की रेंज में होता है। जितना कम पी.एच होता है उतना ही ज़्यादा एसिड होता है। इतने कम पी.एच लेवल के साथ पेट में मौजूद एसिड,  बैट्ररी एसिड जितना ही स्ट्रोंग होता है, जिसमें रेज़र ब्लेड  डिसोलव हो सकता है।  हर तीन-चार दिन में हमारी  stomach wall फिर से नई बनती है। जिससे पेट या शरीर को नुकसान नहीं होता। वरना गैस्ट्रिक एसिड हमारे पेट को ही निगल जाता। सुनने में भले ही ये बात दिलचस्प लग रही हो लेकिन इसे कभी ट्राय करने की कोशिश मत कीजिएगा।

4. saliva की कहानी

इन्सान हर दिन क़रीब दो लीटर saliva बनाता है। इस हिसाब से वो 288 से 576 लीटर तक saliva हर साल बनाता है। हालांकि इस बात का विश्वास करना इतना भी मुश्किल नहीं है। खासतौर से जब हम ये जानते हों कि खाना देखते ही हमारे मुंह में कितनी जल्दी पानी आ जाता है ।

5. हाथ की उंगली का कमाल

 तो चलिए उस पिंकी उंगली का इस्तेमाल करके अपने वाइन के गिलास को उठाऐं और एक जाम उस उंगली के नाम लगाऐं जो आपके हाथ का सबसे महत्तनपूर्ण हिस्सा है। आप को भले ही ये छोटी उंगली उतनी की काम की न लगती हो मगर ये पिंकी finger ही हमारे हाथ का power button होती है. जब बाकी की तीनों उंगलीयां – index, thumb, और  middles fingers लिखने और कुछ सामान पकड़ने के काम आती हैं वहीं इस पिंकी finger की मदद से हमें ग्रिप के लिए स्ट्रेन्थ मिलती है। हाथ की 50 प्रतिशत शक्ति इसी उंगली में बस्ती है।

6. शिशु रंग नहीं देख सकते

बच्चे क्यूट तो बहुत होते हैं लेकिन उनकी आंखे हमारी तरह विकसित नहीं होती। जब हम दुनिया में हर रंग को पहचान सकतें हैं वहीं छोटे बच्चे सिर्फ काले , सफ़ेद और ग्रे के कुछ शेड्स देख सकते हैं। वो 10 इंच के बाहर देख भी नहीं पाते हैं। ऑखों में मौजूद रॉड्स और कोन्स की वजह से रंगों की पहचान की जाती है। लाल, हरा और ब्लू कलर के तीन कोन होते हैं और इसके अलावा रॉड्स होते हैं जो कम लाइट वाली जगहों पर देखने मे मदद करते हैं। पैदा होने के सिर्फ 1 महीने बाद ही नवजात दो रंगों में फर्क करना जान पाते हैं।। दो महीने बाद उन्हें सारे रंग दिखने लगतें हैं और पांच महीने तक आते आते वो उनमें फर्क करना सीख जाते हैं।

7. तो ज़िन्दा रहने के लिए आपको कितनी सांसे भरनी होती हैं।

 हर एक ली जा रहीं सांस को गिन पाना मुश्किल है। लेकिन हम आपको औसतन स्तर पर ली जा रही सांसों का आंकड़ा दे सकते है।  नए पैदा हुए बच्चे 30-60 बार तक 1 मिनट में सांस ले लेते हैं, वहीं घुटने के बल चल लेने वाले बच्चे 20-30 बार सांस लेते हैं । बड़े बच्चे और उनसे बड़े लोग 12-20 बार तक रोज़ सांस लेते हैं वहीं  17,000-30,000  तक कुल सांसे वो रोज़ भरते हैं।

8. फिंन्गरप्रिंट्स कहां से आए

हमारे पैदा होने से बहुत पहले ही हमारे हाथों की उंगलियों को ये निशानी मिल जाती है। मॉ के गर्भ में, 6 महीने की उम्र में ही बच्चों को कभी न जाने वाले फिंन्गरप्रिंटस मिल जाते हैं।

9. नवजात शिशु केे अद्भुत चमत्कार

नए पैदा हुए बच्चे एक साथ में निगल और सांस ले सकतें हैं। इसे suck-swallow-breathe के नाम से जाना जाता है। जन्म के समय, बच्चों का एपिग्लॉटिस और  नरम तालु उनके मुंह बंद करके सांस लेने के समय एक दूसरे से कान्टेक्ट में आते हैं। एपिग्लॉटिस गले में मौजूद वो भाग होता है जो खाने को सांस की नली और लंग्स में जाने से रोकता है। breastfeeding के समय लारेंक्स यानि हमारा वॉयस बॉक्स एलिवेट होकर एपिग्लोटीस को मुलायम ताल के साथ इंटरलॉक कर देता है। यह नवजात को एक ही समय में सांस लेने और निगलने की अनुमति देता है – बड़े लोग ऐसा कुछ नहीं कर सकते।

10. बालों का बढ़ना

इन्सान के बाल हर महीने 1/2 इंच की रफ्तार से बढ़ते हैं । और आश्चर्य की बात ये है कि गर्मी के मौसम में या हमारे सोने के दौरान तेजी से बढ़ते है । अगर बालों को अपने  पूरे जीवनकाल के लिए बढ़ने की इजाजत है, तो इन्सान के बाल की लंबाई लगभग 725 किलोमीटर होगी।

है न यॆ सारी बातें  कमाल की।  जहां हमने आपको ये इंट्रस्टिंग बातें बताईं  हैं वहीं अगर आपको भी हमारे शरीर से जुड़े ऐसे ही किसी राज़ के बारे में पता है तो कमेंट बॉक्स में बताए।

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